मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India of My Dreams Essay in Hindi)
भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सद्भाव में रहते हैं। हालांकि अभी भी देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत ऐसा भारत होगा जहां किसी से ऐसा कोई भेदभाव नहीं है। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है। मैं एक पूरी तरह से विकसित देश के रूप में भारत का सपना देखता हूं, जो न केवल उपर्युक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करेगा बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी बरकरार रखेगा।
मेरे सपनों का भारत पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on India of My Dreams in Hindi, Mere Sapno ka Bharat par Nibandh Hindi mein)
निबंध 1 (300 शब्द).
भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है, जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में स्थिर प्रगति देखी है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो इससे भी अधिक गति से प्रगति करे और जल्द ही विकसित देशों की सूची में शामिल हो।
यहां पर उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की जानकारी दी गई है जिनमें भारत को बेहतर बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:
- शिक्षा और रोजगार
मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित होगा और हर किसी को योग्य रोजगार के मौके मिल सकेंगे। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास को कोई रोक नहीं सकता।
- जाति और धार्मिक मुद्दे
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत होगा जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। जाती और धार्मिक मुद्दों को दरकिनार करके कार्य करना राष्ट्र को मजबूत करने में काफी महत्वपूर्ण कदम होगा।
- औद्योगिक और तकनीकी विकास
भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास दोनों को देखा है। हालाँकि यह विकास अभी भी अन्य देशों के विकास के समान नहीं है। मेरे सपनों का भारत तकनीकी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में तेज़ी से प्रगति करेगा।
देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर हर दिन तेज़ी से बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होगा। यह एक ऐसा देश होगा जहां लोगों की भलाई सरकार का एकमात्र एजेंडा होगी।
- लिंग भेदभाव
यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित होने के बाद भी महिलाओं को अब तक पुरुषों से नीचा माना जाता है। मेरे सपनों का भारत में कोई लिंग भेदभाव नहीं होगा। यह ऐसा स्थान होगा जहां पुरुषों और महिलाओं को बराबर माना जाता हो।
संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और अच्छे जीवन की गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।
निबंध 2 (400 शब्द)
हमें गर्व है की भारत में विभिन्न जातियों, धर्मों और धर्मों से संबंधित लोग एक साथ रहते है। हमारा देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में भारत ने विभिन्न उद्योगों में भी तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी इसकी खुशहाली के लिए लंबा रास्ता तय करना है।
यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों के उदाहरण दिए गए हैं जिन पर काम करके भारत को आदर्श देश बनाने में सहायता मिल सकती है:
देश में आर्थिक असमानता बहुत अधिक है। यहां अमीर दिन प्रतिदिन और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब बनते जा रहे हैं। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां धन समान रूप से नागरिकों के बीच वितरित किया जाता हो।
राष्ट्र की वृद्धि में शिक्षा का अभाव मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरुकता फैलाने के प्रयास कर रही है। हालांकि यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश में प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार मिलना जरुरी है।
देश में अच्छे रोजगार के अवसरों की कमी है। यहां तक कि जो लोग योग्य हैं वे अच्छी नौकरियां पाने में असमर्थ रहे हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर बहुत अधिक है और वे अक्सर सड़क पर अपराध करते हुए पाए जातें हैं। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो सभी के लिए बराबर रोजगार के अवसर प्रदान करता है जिससे कि हम सभी हमारे देश के विकास और सुधार के लिए काम करें।
जातिवाद एक और बड़ा मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों से जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां महिलाओं को सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर महत्व दिया जाता हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थ को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा में समर्पित रहेंगे।
- तकनीकी विकास
भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि मेरे सपनों का भारत और अधिक गति से आगे बढ़े और प्रथम श्रेणी के देशों में अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को हासिल करे।
मेरे सपनों का भारत वो भारत है जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं। मेरे सपनों के भारत में सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।
निबंध 3 (500 शब्द)
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता अपने वास्तविक अर्थों में मिली है। यह ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म, सामाजिक या आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता हो। मैं इसे एक ऐसे स्थान के रूप में भी देखता हूं जिसने औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्रों में तेज़ी से विकास को देखा हो। यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों में विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:
महिला सशक्तिकरण
आज के समय में अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी एक पहचान बना रही हैं लेकिन फिर भी हमारे देश की महिलाएं आज भी काफ़ी भेदभाव का शिकार होती है। स्त्री भ्रूणहत से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों में सीमित करने तक अभी बहुत सारे क्षेत्रों में काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालांकि हमें समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहाँ महिलाओं को बराबरी का दर्जा प्राप्त होगा।
हालांकि भारत सरकार शिक्षा की मांग के महत्व को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है पर अभी भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य हो। सबकी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को जरुरी कदम उठाने चाहिए ताकि देश में कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं ना रहे।
रोजगार के अवसर
देश के कई योग्य युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे है। अवसर या तो सीमित होते हैं या योग्य उम्मीदवारों की जरुरत के अनुपात में नहीं होते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक वृद्धि है। इसके अलावा कुछ अन्य कारक हैं जैसे कि आरक्षण जो कि योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। भारत में रोजगार के अवसरों को पाने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में चले जाते हैं और अपने कुशल दिमाग का अन्य देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करते हैं जबकि कुछ लोग सारी उम्र काम नहीं मिलने की वजह से बेरोजगार घूमते हैं।
जाति भेदभाव
देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त नहीं है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि अभी भी कैसे देश के कुछ हिस्सों में कमजोर वर्गों के लोग अपने मूल अधिकारों से वंचित रह रहे हैं।
इसके अलावा कई विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह है जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के धर्म बारे में गलत बात का प्रचार करने के लिए उकसातें हैं। इससे देश में अक्सर अशांति फैलती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जहां लोगों से जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।
भारत के विकास की गति में मुख्य अवरोध भ्रष्टाचार है। ऐसा लगता है कि देश की सेवा करने के बजाय यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां के मंत्री पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित रहे।
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता हो और किसी भी मापदंड के आधार पर उनसे भेदभाव नहीं करता हो। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखता हूँ जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान देखा जाता हो। मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में भारत प्रगति करे।
निबंध 4 (600 शब्द)
भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्ण ढंग से रहते हैं। भारत को अपनी समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है। हालाँकि भारत ने अपनी आजादी के बाद से अब तक एक लंबा सफर तय किया है। पिछले कुछ दशकों में इसने एक विशाल सामाजिक और आर्थिक विकास को देखा है पर देश के कई हिस्सों में अभी भी आर्थिक और सामाजिक असमानताएं मौजूद है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के आधार पर नीची नजरों से देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक को समानता की वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त होगी।
सुधार के क्षेत्र
देश को आगे बढ़ाने और विकसित करने के लिए अभी भी काफी काम करने की ज़रूरत है। यहां चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता हैं:
शिक्षा किसी भी देश की मजबूती की नीवं है। हमारे देश की प्रमुख कमियों में से एक यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को अनदेखी करते हैं। उन्हें नहीं पता है कि शिक्षा की कमी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने तथा वयस्क शिक्षा विद्यालय खोलने के माध्यम से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को अपने बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक शिक्षित और कुशल हो।
लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरुरत है। महिलाओं को लगातार उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और वे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन भी कर रही हैं, फिर भी महिलाओं को समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।
देश के कई हिस्सों में लड़की का जन्म अभी भी एक अभिशाप माना जाता है। उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक कि महिलाएं जो योग्य हैं उनसे भी यह अपेक्षा की जाती है कि वे विवाह के बाद बाहर काम करने की बजाए अपने परिवार की देखभाल करे। काम पर महिलाओं को दी गई मजदूरी पुरुषों को दिए वेतन की तुलना में कम होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित हो।
- तकनीकी उन्नति
हालांकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत विकास और उन्नति देखी है फिर भी अभी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि तेज़ बुद्धि वाले व्यक्ति अपने देश के विकास में योगदान करने के बजाय विदेशों में रोजगार के अवसर तलाशने और उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक उन्नति में योगदान देने चले जाते है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो व्यक्तियों के लिए अच्छे रोजगार के अवसर प्रदान करता है और देश को तकनीकी प्रगति के पथ एक नई दिशा प्रदान करता है।
भारत में अपराध दर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं। कई मामलो की तो सुनवाई ही नहीं हो रही है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी ने इस दिशा में बढ़ावा दिया है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो। तभी भारत अपराध और शोषण से मुक्त होगा।
भारत ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी उन्नति और कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति देखी है। हालांकि अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। भारत को पहले के समय में इसकी समृधि के कारण सोने की चिड़िया कहा जाता था। मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं चाहता हूँ कि वह ना सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी अमीर हो। देश के सभी नागरिकों से समान व्यवहार हो और किसी से कोई भी भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।
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मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India Of My Dreams Essay in Hindi) 200, 300, 400, 500, शब्दों मे
India Of My Dreams Essay in Hindi – भारत वह जगह है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ सद्भाव से रहते हैं। हालांकि, देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां इस तरह का कोई भेदभाव नहीं होगा। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है।
मैं भारत को एक पूर्ण विकसित देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं जो न केवल उपरोक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करता है बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को बरकरार रखता है। परीक्षा या निबंध लेखन प्रतियोगिता के दौरान स्कूल में विषय के साथ आपकी मदद करने के लिए ‘मेरे सपनों का भारत’ पर अलग-अलग लंबाई के निबंध यहां दिए गए हैं।
मेरे सपनों का भारत पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on India of My Dreams in Hindi)
- 1) मुझे अपने सपनों का भारत देखना अच्छा लगता है।
- 2) मैं अपने देश में सभी को खुश देखना चाहता हूँ।
- 3) राष्ट्र में कोई अपराध नहीं होना चाहिए।
- 4) मैं चाहता हूं कि भारत में कोई भी गरीब न रहे।
- 5) मैं चाहता हूं कि भारत में भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए।
- 6) मैं चाहता हूं कि मेरे देश में सबसे अच्छी तकनीक हो।
- 7) मैं चाहता हूँ कि भारत का प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो।
- 8) शिक्षित लोग भारत की प्रगति में मदद करेंगे।
- 9) मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग एकता के साथ रहें।
- 10) मैं भारत को दुनिया का सबसे अच्छा और समृद्ध राष्ट्र बनाने का सपना देखता हूं।
मेरे सपनों का भारत पर 20 लाइनें (20 Lines on India of My Dreams in Hindi)
- 1) एक राष्ट्र के रूप में मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होना चाहिए।
- 2) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक शिक्षित और साक्षर हो।
- 3) भारत में सभी नागरिकों को योग्य रोजगार के अवसर खोजने में सक्षम होना चाहिए।
- 4) मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां हर नागरिक को सद्भाव और शांति से रहना चाहिए।
- 5) भारत को कुशल जनशक्ति के साथ विनिर्माण और स्वचालन का केंद्र बनना चाहिए।
- 6) आधुनिक भारत में नागरिकों के बीच लिंग, जाति और पंथ के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
- 7) मेरे सपनों के भारत में महिलाओं को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अधिक सशक्त और सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
- 8) भारत में प्रत्येक नागरिक का जीवन स्तर सभ्य होना चाहिए जिसका अर्थ है स्वास्थ्य, आवास और शिक्षा तक बेहतर पहुंच।
- 9) मेरे सपनों के भारत में सड़कों और रेलवे के मामले में बेहतर संपर्क होना चाहिए।
- 10) वैज्ञानिकों का एक पूल बनाने के लिए भारत को अनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
- 11) मेरे सपनों के भारत में किसानों को जीवन की सभी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
- 12) मेरे सपनों के भारत में लोगों को यातायात के नियमों का ठीक से पालन करना चाहिए।
- 13) भारत के लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता को अत्यधिक महत्व देना चाहिए।
- 14) मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां नागरिक और सरकार लोगों की सुरक्षा को महत्व देते हैं।
- 15) भारत सांप्रदायिकता से मुक्त होना चाहिए और समान नागरिक संहिता को पारित करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए।
- 16) मेरे सपनों के भारत में नियंत्रित जनसंख्या वृद्धि होनी चाहिए जिसे केवल साक्षरता और शिक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
- 17) मेरे सपनों का भारत बिजली, सामान और सेवाओं के उत्पादन में अग्रणी होना चाहिए।
- 18) प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए और भाईचारे की भावना रखनी चाहिए।
- 19) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक को एक एक पेड़ लगाने और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
- 20) भारत को लाखों लोगों को रोजगार देने वाली संस्कृति, कला, संगीत, नाटक, खेल, वास्तुकला और हस्तशिल्प के क्षेत्र में अग्रणी होना चाहिए।
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मेरे सपनों का भारत पर हिंदी में लंबा और छोटा निबंध
हमने नीचे हिंदी में मेरे सपनों का भारत पर छोटे और लंबे निबंध उपलब्ध कराए हैं। ये मेरे सपनों का भारत निबंध सरल हिंदी में लिखे गए हैं ताकि याद किया जा सके और आसानी से आवश्यकता पड़ने पर प्रस्तुत किया जा सके।
निबंधों को पढ़ने के बाद, आप एक आदर्श भारत को अपने सपनों का भारत बनाने के लिए आवश्यक आवश्यकताओं को जानेंगे।
आप यह भी जानेंगे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून और व्यवस्था के क्षेत्र में सुधार आपको अपने सपने को साकार करने में कैसे मदद करेगा। ये निबंध आपको स्कूल या कॉलेज की प्रतियोगिताओं जैसे निबंध लेखन, वाद-विवाद, भाषण देने आदि में मदद करेंगे।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 1 (200 शब्द)
भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोग इस देश में शांति से रहते हैं। हालाँकि, लोगों के कुछ समूह लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं, जिससे देश में शांति बाधित होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जो ऐसी विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित हो। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हों।
मैं भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में देखने का भी सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे कम उम्र में छोटे-मोटे काम करने के बजाय शिक्षा प्राप्त करें। वयस्क जो अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का अवसर खो चुके हैं, उन्हें भी बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।
मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि युवाओं को योग्य नौकरियां मिलें और देश के विकास में योगदान दें। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत बने और सभी क्षेत्रों में विकास देखे। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश बने जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।
भारत के सपने पर निबंध 2 (300 शब्द)
भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी तेज गति से आगे बढ़ता है और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाता है। इसे बेहतर जगह बनाने के लिए यहां प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है:
- शिक्षा और रोजगार
मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पाने में सक्षम हो। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे हुए राष्ट्र की वृद्धि और विकास को कोई नहीं रोक सकता।
- जाति और धार्मिक मुद्दे
मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों के साथ उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। यह राष्ट्र को मजबूत करने में काफी मददगार साबित होगा।
- औद्योगिक और तकनीकी विकास
जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़ता है और हर क्षेत्र में तेजी देखता है।
देश में बहुत भ्रष्टाचार है, और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह वह जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।
- लैंगिक भेदभाव
यह देखकर दुख होता है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को पुरुषों से हीन समझा जाता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।
संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करें और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लें।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 3 (400 शब्द)
भारत को विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों का घर होने पर गर्व है। यह देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। इसने पिछले कुछ दशकों में विभिन्न उद्योगों में भी उछाल देखा है। हालाँकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:
देश में आर्थिक विषमता बहुत है। यहां के अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां धन नागरिकों के बीच समान रूप से वितरित किया जाता है।
शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है। तथापि, इसे यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा प्राप्त करना चाहता है।
देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं, वे भी योग्य नौकरी पाने में असफल रहते हैं। बेरोजगार अत्यधिक असंतुष्ट हैं, और वे अक्सर अपराध की राह पकड़ लेते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करता है ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश के विकास और बेहतरी के लिए काम करे।
जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों के साथ उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा।
मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह वह जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
मैं भारत को भ्रष्टाचार मुक्त देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देश की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।
- तकनीकी विकास
भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से विकास देखा है। मैं चाहता हूं कि यह और भी तेज गति से बढ़े और नई ऊंचाइयों को छूकर पहले दर्जे के देशों में अपनी जगह बनाए।
मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक/सामाजिक स्थितियों के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष खेल होना चाहिए, और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 4 (500 शब्द)
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थों में आनंद उठाया जा सके। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक/आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जो औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता को देखता है। यहां कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:
महिला सशक्तिकरण
हालाँकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं, फिर भी हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित करने तक, ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने के लिए बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है, दायित्व के रूप में नहीं। मैं चाहता हूं कि यह वहां हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाए।
हालांकि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन देश में बहुत से लोग अभी भी इसके महत्व को नहीं समझते हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां शिक्षा को सभी के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
रोजगार के अवसर
देश में कई योग्य युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर नहीं मिल पाते हैं। अवसर सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। यह मुख्य रूप से कमजोर औद्योगिक विकास के कारण है। अन्य कारक, जैसे आरक्षण, योग्य उम्मीदवारों को अच्छे अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। कई युवा जो भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में विफल रहते हैं, वे विदेश चले जाते हैं और अपना मन दूसरे देशों की आर्थिक वृद्धि के लिए काम करने में लगाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।
जातिगत भेदभाव
देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं हुआ है। यह देखना दुखद है कि कैसे देश के कुछ हिस्सों में निचले और कमजोर वर्गों के लोगों को उनके मूल अधिकारों से भी वंचित रखा जाता है। इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में गलत बातें करने के लिए उकसाते हैं। यह अक्सर देश में अशांति का कारण बनता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां लोग जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते।
भ्रष्टाचार मुख्य कारणों में से एक है जिसकी वजह से भारत को उस गति से विकास नहीं करना चाहिए जैसा उसे करना चाहिए। यहां के नेता देश की सेवा करने के बजाय अपनी जेबें भरने में लगे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां मंत्री पूरी तरह से और पूरी तरह से देश और इसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: (FAQs)
Q.1 भारत का पूरा नाम क्या है.
उत्तर. भारत का पूरा नाम रिपब्लिक ऑफ इंडिया है।
Q.2 भारत कब अस्तित्व में आया?
उत्तर. भारत लगभग 250000 वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया।
Q.3 बाघ से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु क्या था?
उत्तर. बाघ से पहले एशियाई शेर भारत का राष्ट्रीय पशु था।
Q.4 भारत के किस राज्य को ‘भारत का मसाला उद्यान’ कहा जाता है?
उत्तर. दक्षिण भारतीय राज्य केरल को भारत का मसाला उद्यान कहा जाता है।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 100, 200, 300, 500 शब्दों में | Mere Sapno ka Bharat Essay in Hindi
आज हम आपको “मेरे सपनों का भारत पर निबंध” देने वाले हैं। यह निबंध 100, 200, 300 और 500 शब्दों में लिखा गया है। इस निबंध का उपयोग आप अपने स्कूल, कॉलेज या किसी प्रतियोगी परीक्षा में कर सकते हैं। इस निबंध में हम अपने देश भारत को कहाँ देखना चाहते हैं और अपने सपने में भारत कैसे होगा इस बारे में लिखा गया है। आप अपनी कल्पनों के आधार पर भी इस निबंध को लिख सकते हैं।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 100 शब्द
मेरे सपनों का भारत एक समृद्ध, शक्तिशाली और विकसित देश है। इस भारत में सभी नागरिक एक साथ मिलकर आपसी समझदारी, भाईचारा, और प्रेमपूर्वक रहते हैं। यहाँ शिक्षा, विज्ञान, तकनीकी उन्नति और प्राकृतिक संरक्षण पर ध्यान दिया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक आदर्श राष्ट्र है, जो अपने संस्कृति, अर्थव्यवस्था और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां गरीबी और असमानता को समाप्त करने के लिए सरकार की तरफ से कई तरह की योजनायें चलायी जाती हैं और जनता भी देश की प्रगति के लिए सरकार का पूरा सहयोग करती है। मेरे सपनों का भारत एक खुशहाल देश है और जहाँ हम सभी बहुत ही ख़ुशी से अपना जीवन जीते हैं।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 200 शब्दों में
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश है जो विविधता, समृद्धि, सामाजिक समरसता और तकनीकी उन्नति से भरा हुआ है। भारत में अलग-अलग धर्म, भाषा और संस्कृति के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं और एकता के भाव को प्रकट करते हैं।
मेरे सपनों के भारत में शिक्षा का बहुत अधिक महत्व है। शिक्षित और जागरूक नागरिक बनाने के लिए सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रोग्राम और योजनाएं लागू कर रही है। सपनों के भारत में विज्ञान और तकनीकी उन्नति पर विशेष ध्यान दिया जाता है और भारत तकनीक के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है।
सपनों के भारत में प्राकृतिक संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। भारत के लोग वन्यजीवों की सुरक्षा, पर्यावरण की शुद्धता, और जल संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। सपनों के भारत में सभी नागरिक एक साथ समानता के साथ मिलजुल कर रहते हैं। यहां के लोग विज्ञान, तकनीक, कला, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ एक समृद्ध और समरस समाज बनाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं। मेरे सपनों के भारत एक आदर्श राष्ट्र है जो की शिक्षा, संस्कृति और तकनीक के क्षेत्र में ख्यातिप्राप्त है, और यह दुनिया में एक शक्तिशाली और समर्थ राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित है।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 300 शब्द
मेरे सपनो का भारत एक विश्वगुरु है जो की शिक्षा, संस्कृति, समृद्धि और तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी है। पूरे विश्व में भारत की अपनी एक अलग पहचान है जहाँ सभी लोग मिलजुल कर प्रेम से रहते हैं और यह अन्य देशों के लिए एक आदर्श राष्ट्र है। मेरे सपनों के भारत में बेरोजगारी कम है सभी परिवारों के पास रोजगार के साधन हैं।
यहाँ स्वरोजगार पर अधिक बल दिया जाता है और युवाओं को अलग-अलग प्रकार के व्यवसायों के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए भी सरकार की तरफ से आर्थिक मदद की जाती है। इसके लिए सरकार की ओर से विभिन्न योजनायें भी चलाई जा रही हैं जिसका लाभ युवाओं को मिल रहा है।
यहाँ सरकार की विभिन्न योजनाओं से किसानो को भी लाभ मिल रहा है। किसानो को बेहतर खेती के लिए मौसम और स्थान के अनुकूल सही फसल उगाने का प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे किसानो की आय बढ़ रही है और किसान खुशहाल हैं।
मेरे सपनों का भारत एक विकसित देश है और इसने विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी उन्नति की है और यह लगातार आगे बढ़ रही है। डिजिटल शिक्षा, ई-गवर्नेंस, डिजिटल वित्त, ई-व्यापार, आदि के क्षेत्र में तकनीकी उन्नति से लोगों का जीवन सरल हो गया है। भारत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देता है। बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी, शहरों और गांवों में डिजिटल सेवाएं, और सरकारी प्रक्रियाओं में ऑनलाइन सुविधाएं इसमें शामिल हो सकती हैं।
भारत विज्ञान और अनुसंधान क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है, और तकनीक के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान महत्वपूर्ण है। मेरे सपनो का भारत विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। भारत आधुनिकीकरण के साथ-साथ हरित और पर्यावरण-सहयोगी तकनीकी के प्रति भी संवेदनशील है। सपने के भारत में ऊर्जा संचयन, और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में नए और सुरक्षित तकनीकों का उपयोग कर रहा है।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध 500 शब्द
प्रस्तावना:
मानव जीवन का सफर सपनों से शुरू होता है। हम सभी के पास विभिन्न आकांक्षाएं और सपने होते हैं, जिनमें हम अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं की कल्पना करते हैं। इन सपनों में हमारे आसपास की दुनिया को बेहतर बनाने की भी इच्छाएं होती हैं। मेरे सपनों का भारत भी एक ऐसी कल्पना है, जिसमें मैं देश को नए और उच्चतम स्तर पर पहुँचते हुए देखता हूँ। यह भारत एक समृद्ध, सामाजिक और आर्थिक उन्नति से युक्त देश की प्रतिष्ठा को बढ़ाने की दिशा में प्रगति कर रहा है।
यहाँ के लोग शिक्षा, साहित्य, विज्ञान, और सांस्कृतिक धरोहर के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित होते हैं। यहाँ समाज में सामाजिक समानता, पर्यावरण संरक्षण, और सहानुभूति की भावना महत्वपूर्ण होती है। मेरे सपनों का भारत सभी को समृद्धि, सुरक्षा, और समानता के साथ जीने की प्रेरणा देता है।
मेरे सपनों के भारत में विकास:
सपनो का भारत सभी क्षेत्रों में विकास के लिए प्रतिबद्ध है यह लगातार प्रगति के रास्ते पर चलता है। ऐसे कई क्षेत्र हैं जहाँ भारत आगे बढ़ रहा है और लगातार तरक्की कर रहा है उनमे से कुछ क्षेत्र इस प्रकार हैं:
- विकास और समृद्धि: मेरे सपनों का भारत विकास और समृद्धि की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। यहाँ लोगों का जीवन स्तर उच्च होगा, और विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति होगी।
- शिक्षा और ज्ञान: मेरे सपनों के भारत में शिक्षा और ज्ञान का महत्वपूर्ण स्थान होगा। शिक्षा प्रणाली में सुधार और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाये जाते हैं।
- सामाजिक समानता: भारत का समाज एक समरस और सामाजिक समानता का आदर्श प्रतीक हो सकता है। यहाँ लोगों के बीच जाति, धर्म, लिंग और सामाजिक असमानताओं के आधार पर भेदभाव नही होगा।
- पर्यावरण सुरक्षा: सपनों का भारत पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण के महत्व को समझता होगा। यहाँ लोगों के बीच पर्यावरण बचाव के लिए संवेदनशीलता और जागरूकता होगी।
- सांस्कृतिक धरोहर: भारत अपनी सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा करेगा और उसे प्रोत्साहित करेगा। यहाँ की भूमि पर भिन्न-भिन्न संस्कृतियों और जातियों के लोग एक-दूसरे के साथ समझदारी और सहमति से रहेंगे।
- सहानुभूति और योगदान: भारत के लोग सहानुभूति और सामाजिक योगदान के महत्व समझेंगे। यहाँ लोग अपने समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना रखेंगे और सामाजिक सुधार के लिए सहयोग करेंगे।
सपनों का भारत एक सकारात्मक, समृद्ध और सशक्त देश की ओर प्रगति करने की दिशा में अग्रसर होगा। यह देश न केवल आपके व्यक्तिगत सपनों को पूरा करेगा बल्कि पूरे समाज की सामाजिक और आर्थिक उन्नति के प्रति प्रेरित करेगा।
सपनों का भारत एक समृद्ध और संपन्न देश है। हम अपने देश को और अधिक बेहतर बनाने के सपने देखते हैं। यहाँ के लोगों की मेहनत, संघर्ष और समर्पण से भारत अपने सपनों को हासिल करता है और दुनिया में अपनी महत्वपूर्ण जगह बनाता है। यह देश न केवल अपने लोगों के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए एक आदर्श स्थापित करता है।
- मेरा भारत महान निबंध
- राष्ट्रीय एकता पर निबंध
- भारत के प्रमुख त्यौहार
आशा है की आपको “मेरे सपनों का भारत पर निबंध” पसंद आया होगा। आप अपने विचार और सुझाव निचे कमेंट कर सकते हैं।
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मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Essay on India of My Dreams in Hindi
मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Essay on India of My Dreams in Hindi!
अपने देश के प्रति सभी समझदार नागरिकों का अपना एक अलग दृष्टिकोण होता है । वह अपने देश के विषय में चर्चाएँ करता है और चिंतन करता है ।
यहाँ किस प्रकार की व्यवस्था होनी चाहिए, समाज का स्वरूप कैसा हो, लोगों को किस हद् तक अपनी परंपराओं एवं प्राचीन विश्वासों का सम्मान करना चाहिए, आधुनिक समस्याओं का देश किस प्रकार निदान करे आदि सैकड़ों बातें हमें उद्वेलित करती रहती हैं ।
अपना देश जिन्हें प्यारा होता है और जितना प्यारा होता है, उसी अनुपात में लोगों के निजी हित गौण होते जाते हैं और राष्ट्रहित सर्वोपरि होता जाता है । जब राष्ट्रहित निजी हित से ऊपर हो जाता है तब राष्ट्र के निर्माण, उसका भविष्य सँवारने के स्वप्नों का सृजन भी आरंभ हो जाता है । मैंने भी अपने राष्ट्र को लेकर कुछ सपने बुने हैं, कुछ निजी विचारों का बीजारोपण किया है ।
हालाँकि राष्ट्र निर्माण एक जटिल प्रक्रिया है, लेकिन इसमें असंभव जैसा कुछ भी नहीं है । अधिकांश यूरोपीय देशों की संपन्नता तथा जापान जैसे एक छोटे से देश का विश्व आर्थिक क्षितिज पर शक्तिशाली होकर उभरना यह सिद्ध करता है कि यदि देश के सभी लोग किसी लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर कार्य करें तो उस देश का वर्तमान और भविष्य दोनों सुधर सकता है ।
समस्याग्रस्त तो सभी हैं पर उन समस्याओं को देखने तथा उन्हें सुलझाने का नजरिया सबों का भिन्न-भिन्न है । भारत की सबसे बड़ी समस्या लोगों की कर्महीनता है । हम दूसरों को उपदेश देने में प्रवीण हैं, पर स्वयं उसके विपरीत आचरण कर रहे हैं ।
भारत की आत्मा अभी भी जीवंत है लेकिन लोग अधमरे से हैं । मेरे सपनों का भारत उद्यमशील होना चाहिए, अकर्मण्य लोगों को यहाँ कम सम्मान मिलना चाहिए । मगर हम उन लोगों के भाग्य को सराहते हैं जो बिना हाथ-पाँव डुलाए, मुफ्त की रोटी तोड़ रहे होते हैं ।
ADVERTISEMENTS:
आजादी के आंदोलन के दौरान गाँधीजी ने लोगों के समक्ष यह बात बारंबार दुहराई थी कि श्रम का सम्मान किए बिना भारत सही मायनों में आजाद नहीं हो सकता । फिर भी ‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’ वाली हमारी आदत गई नहीं ।
हमारे देश में साधु-संतों को बहुत सम्मान दिया जाता है, लोग अंधभक्ति करते हैं मगर अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले व्यापारी व व्यवसायी वर्ग बड़े उपेक्षित से हैं । किसान और मजदूर जो कि अपने खून को पसीना बनाने में नहीं हिचकते, उन्हें जरा भी आदर प्राप्त नहीं है । ये लोग अपनी भूख भी ठीक ढंग से नहीं मिटा पाते । मैंने अपने देश का जो सपना सँजोया है उसमें व्यापारी, किसान व मजदूर बहुत खुशहाली में होंगे ।
भारत में एक महान् राष्ट्र बनने की पूरी क्षमता है । इसके लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी निजी जिम्मेदारी अवश्य कबूल करनी होगी । मानव संसाधनों और प्राकृतिक संसाधनों का एक सेतु बनाकर इसे विकास के साथ जोड़ना होगा । आजादी के बाद से लेकर अब तक केवल शहरी क्षेत्र के विकास पर ध्यान दिया गया है लेकिन गाँव जब तक उपेक्षित रहेंगे भारत का कल्याण नहीं हो सकता ।
गाँवों में सिंचाई की सुविधा का होना सबसे जरूरी है ताकि किसान वर्षा की अनिश्चितता से मुक्त हो सकें । शहरों से लेकर गाँवों तक जोड़ने वाली बारहमासी सड़कों, बिजली तथा टेलीफोन सेवा की उपलब्धता हर जगह होनी चाहिए । गाँवों में स्कूल तथा स्वास्थ्य सेवा का ऐसा संजाल होना चाहिए जिससे लोगों को अपने बच्चों की शिक्षा तथा सबके स्वास्थ्य को लेकर एक प्रकार की निश्चिंतता हो ।
ग्रामवासी हर छोटे काम के लिए शहरों का रुख करने के लिए मजबूर न हों, इसका पूरा-पूरा ध्यान रखा जाना चाहिऐ । कृषि विशेषज्ञ गाँव-गाँव घूमकर खेती के पूरे तंत्र की जाँच करें, किसानों को उचित मशवरा दें यह स्थिति ही आदर्श है न कि किसान अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए अंचल तथा जिला कार्यालयों का चक्कर लगाएँ।
पशुओं की बीमारियों का इलाज पशु चिकित्सक गाँव में जाकर करें, इसकी व्यवस्था भी आवश्यक है । ये सभी बुनियादी कार्य थे मगर आजादी के बाद से लेकर अब तक इसके बारे में कुछ नहीं किया जा सका । मैं अपने सपने में जो भारत देखता हूँ उसमें ग्रामीण विकास के ये सभी पहलू अहम् हैं ।
यदि हम अपने पड़ोसी देश चीन की ओर देखें तो यह आभास होता है कि यह देश एक गैर-लोकतांत्रिक देश होते हुए भी हमसे काफी आगे निकल चुका है । हमारे देश में विकास के मार्ग में नौकरशाही और लालफीताशाही के रूप में दो बड़े अवरोधक खड़े हैं । हमारी राजनीतिक व्यवस्था किसी दीर्घनीति और दूरदृष्टि के अभाव में इन अवरोधों को हटाने में असफल रही है । ऊपर से नीचे तक का सरकारी तंत्र न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है अपितु अक्षम भी है ।
जनता की छोटी-छोटी समस्याएँ भी नहीं सुलझ पाती हैं क्योंकि हर कोई निजता की भावना से काम कर रहा है । इस संबंध में मेरा दृष्टिकोण बिलकुल स्पष्ट है कि जन जागृति और स्वतंत्रता आंदोलन के जज्बे को पुन: उभारने की आवश्यकता है । जब व्यक्ति के मापदंड उच्च होंगे तब वह निश्चित ही अपने परिवेश की जकड़नों को तोड़ने के लिए उद्यत होगा । लोगों को अपने प्रति ईमानदार होना ही चाहिए, इसी में भारत के गौरव की पुनर्स्थापना का मंत्र छिपा है ।
‘सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ताँ हमारा’ यह प्रेरणादायी उद्बोधन एक हकीकत बने, एक सच्ची बात हो जाए, उसी समय हम अधिक गौरव का अनुभव कर सकेंगे । भारत कभी जगतगुरु था, यह सत्य है मगर आज हम क्या हैं, आज हम दुनिया में कहाँ खड़े हैं, यह अधिक महत्वपूर्ण है । हमारा पुराना गौरव हमारे अंदर प्रेरणा भर सकता है मगर केवल सद्ईच्छाएँ ही भारत को खुशहाल बनाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं ।
कुल मिलाकर मेरे सपनों का भारत एक सुखी-संपन्न, शिक्षित, कर्मनिष्ठ और आत्मनिर्भर भारत है । जहाँ के लोग अपनी मर्यादाओं का पालन करते हों, उनमें विश्व बंधुत्व की भावना हो, वे दूसरे धर्मवालों का समान रूप से आदर करना जानते हों, शोषण और अत्याचार को जो बर्दाश्त न करें, लोगों में दया और परोपकार की भावना हो तथा प्रेममय जीवन जिनका लक्ष्य हो ,मैं ऐसे भारत की कल्पना करता हूँ ।
मगर मन के एक कोने में यह शंका भी है कि शायद यह कल्पना, यह सपना कभी पूर्णता को प्राप्त ही न हो, लेकिन दूसरे ही क्षण आशावाद इस शंका को निर्मूल सिद्ध करने के लिए संकल्पित हो जाता है । हमें एक ओर तो अनुशासन तथा दूसरी ओर दृढ़ संकल्प से काम लेना होगा ।
” देश को बलयुक्त करने , यदि न चले अनुशासन से हम तो कल देगा फिर हमें दासता सी जंजीर पहना है सरल आजाद होना , पर कठिन आजाद रहना । ”
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मेरे सपनों का भारत निबंध Mere Sapno Ka Bharat Essay in Hindi
हेलो दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल पर मेरे सपनों का भारत पर एक निबंध (India of My Dreams Essay in Hindi) है। इसमें मैंने कल्पना की है कि में अपने भारत को कैसा देखता चाहती हूँ। हो सकता है आपको मेरी यह कल्पना आज के भारत से आपको बहुत अलग लगे।
हम सब जानते हैं कि हमारा भारत एक महान देश है जहां विभिन्न तरह की संस्कृतियां और अनेक धर्म के लोग रहते हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा महान देश है जहां पर लोगों के प्रति जाति धर्म लिंग रूप अथवा अन्य किसी प्रकार के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होता हो। तो आईये में आपको मेरे सपनों के भारत के बारे में विस्तार में बताती हूँ।
Table of Contents
प्रस्तावना Introduction
मेरे भारत में विभिन्न प्रकार के लोग रहते हैं। भारत में अनेक प्रकार की संस्कृतिया , अनेक धर्म, अनेक भाषाएं हैं जहां लोगों के प्रति जाती पाती पर भेदभाव नहीं होता है। भारत एक प्रगतिशील देश है।
लोगों को शिक्षा मिले
शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जिससे किसी भी देश एक विकसित देश बन सकता है। आज भी हमारे देश में बहुत से लोग अशिक्षित हैं जिससे हमारे देश का विकास नहीं हो पा रहा है। साथ ही उनको सही रोज़गार नहीं मिल पा रहा है।
मेरे सपनों का भारत एक विकसित देश बने यहां का कोई भी नागरिक और अशिक्षित ना हो सब शिक्षित हो। भारत का प्रत्येक नागरिक शिक्षा के प्रति जागरूक हो। जब सब घर में लोग शिक्षित होंगे तो हमारे भारत के विकास को कोई नहीं रोक सकता। इसलिए मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों के भारत के लोग सब कोई शिक्षित हों।
सबको रोज़गार मिले
किसी भी विकासशील देश में रोज़गार की कमी नहीं होती है। विकसित देश को रोज़गार तथा अन्य विषय के पैमाने में मापा जाता हैं। देश का विकसित होना उसके रोज़गार पर निर्भर करता है।
हम सभी जानते हैं कि आज हमारे भारत में रोज़गार को लेकर क्या हालत है। भारत में उन लोगों को भी रोज़गार नहीं मिल पा रहा है जो उसके काबिल हैं। बेरोज़गारी की समस्या भारत में दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जब किसी देश में बेरोज़गारी की समस्या बढ़ती है तो उस देश में अपराध भी बहुत होते हैं। भारत में बेरोज़गारी के कारण भारत का विकास पर रुका हुआ है।
मेरा मानना है कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए जहां कहीं भी बेरोज़गारी ना हो। व्यक्ति को समान रूप से रोज़गार मिले जिससे वे अपने देश के आर्थिक स्थिति सुधार सकें जिससे हमारे देश का विकास हो। और एक प्रगतिशील देश बने। देश के विकास के लिए अत्यंत जरूरी है।
देश से गरीबी दूर हो
हम जानते हैं कि हमारे भारत देश में गरीबी एक बहुत बड़ी समस्या है जहां लोगों को रहने के लिए घर और खाने के लिए खाना नहीं मिल रहा है। गरीबी की यह जिंदगी नर्क से भी कम नहीं है। भारत देश में आर्थिक असमानता बहुत है।
जो गरीब है वह दिनोंदिन और भी गरीब होते जा रहा है और जो अमीर है वह दिनों दिन और भी अमीर होते जा रहा है मेरे सोच के अनुसार मेरे सपनों का भारत आज के भारत से कुछ अलग है। जहां सभी के पास पैसे हैं रहने के लिए मकान हो खाने के लिए खाना हो पहनने के लिए कपड़ा हो। मेरे सपनों के भारत में सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले।
लोगों के बीच भेदभाव न हो
आज के इस आधुनिक समय में भी भारत देश में भेदभाव किया जाता है। भारत में आज भी लोगों के साथ जाति धर्म रंग रूप आर्थिक स्थिति अथवा अन्य किसी आधार पर लोग भेदभाव करते हैं।
मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहां किसी भी लोगों के साथ भेदभाव ना किया जाए। मेरा मानना है कि भारत के लोगों के साथ जाति धर्म रंग रूप किसी भी प्रकार से भेदभाव ना हो सबको समान अधिकार हो।
पढ़ें: गणतंत्र दिवस पर भाषण
देश से भ्रष्टाचार ख़त्म हो जाये
आज हमारे देश में भ्रष्टाचार बहुत ही तेजी से फैल रहा है यह एक बीमारी की तरह है यदि इसे नहीं रोका गया तो हमारा भारत पूरा नष्ट हो जाएगा। भ्रष्टाचार का प्रभाव अत्यंत ही व्यापक है। जीवन का कोई भी क्षेत्र इसके प्रभाव से मुक्त नहीं है। भ्रष्टाचार के कारण कोई रिश्वत लेते हुए भी पकड़ा जाता है और रिश्वत देकर ही वह छूट जाता है।
मेरे सपनों का भारत देश ऐसा होना चाहिए जहां भ्रष्टाचार ना हो। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कठोर से कठोर व्यवस्था और कानून बनाने हो। लोगों को स्वयं के अंदर हिमत होनी चाहिए तभी हम भ्रष्टाचार को रोक सकते हैं।
जाति और धर्म के मुद्दे समाप्त हो जाएँ
जब किसी देश में राजनेता जाति और धर्म के मुद्दे में जनता के बीच विरोधी पैदा करते हैं। जिसके कारण उस देश में बटवारा और पतन निश्चय है। भारत में जातिवादी के नाम पर राजनेता लोग जनता के बीच नफरत पैदा कर देते हैं। और धर्म को लेकर लोगों के साथ भेदभाव करते हैं।
मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहां जाति धर्म पर भेदभाव ना हो और सबको समान अधिकार हो। धर्म को लेकर लोगों के मन में एक दूसरों के प्रति भेदभाव ना हो।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिले
आज के इस आधुनिक युग में भारत के कई स्थानों पर महिला को घरेलू कामकाज के लिए समझा जाता है। लोगों को लगता है कि महिला घर पर रह सकती हैं। लेकिन कुछ समय पहले महिला सशक्तिकरण का अभियान चलाया गया। जिससे लोगों को भी पता चल सके कि महिला किसी से कम नहीं है।
महिला सशक्तिकरण के अभियान से हमें धीरे-धीरे यह देखने को मिल रहा है कि महिलाएं घर से बाहर निकल रही हैं और पुरुष के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहां पुरुष और महिला को समान अधिकार दिया जाए। और महिला को कभी भी पुरुष से कम ना समझा जाए।
औद्योगिक और तकनीकी विकास हो
किसी भी देश को विकसित मानने में कई पैमाने होते हैं जब किसी भी देश में तकनीकी विकास होता है तो वहां के लोग तकनीकी के क्षेत्र में हमेशा आगे रहते हैं।
भारत में पिछले कुछ दशक में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखने को मिल रहा है। भारत में और भी तकनीकी विकास की जरूरत है। भारत आज भी एक विकासशील देश है मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए की औद्योगिक और तकनीकी का विकास हो और मेरा भारत एक विकासशील देश बने।
अपराध दर में कमी आये
अपराध एक ऐसा शब्द है जिसको सुनने से ही ऐसा लगता है कि उस देश का नागरिक जरूर खतरे में है। भारत में समय के साथ अपराध दर बढ़ते जा रहा है हम सभी जानते हैं कि जैसे बलात्कार, चोरी, डकैती, अपहरण, हत्या जैसे अनेक कांड सुनने को मिल रहे हैं। बहुत से मामलों में केस दर्ज नहीं होता है तो बहुत से मामलों में केस दर्ज होता है बहुत से मामलों के केसों की सुनवाई बहुत लेट होती है जिसके कारण सही टाइम पर इंसाफ नहीं मिल पाता है।
अगर अपराध बढ़ रहा है तो इसका क्या कारण है बेरोजगारी अशिक्षा और गरीबी। मेरी इच्छा यह है कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहां पर कोई भी अपराध ना हो और लोग कानून पर भरोसा करें।
कृषि क्षेत्र विकास हो
किसान अपने देश को खाने के लिए भोजन प्रदान करता है। किसान हमारे देश का एक मुख्य हिस्सा होते हैं। हम सबको पता है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन फिर भी हमारे देश में। किसानों की हालत बहुत ही बुरी है। हम सब जानते हैं कि किसान प्रतिदिन आत्महत्या कर रहा है।
किसानों की हालत को सुधारने के लिए भारत सरकार ने कई प्रकार की योजनाएं चलाई है। जिससे किसानों को सहायता मिल सके। मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए की किसानों को सबसे ऊपर रखा जाए। क्योंकि वह हमें खाने के लिए अनाज प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष Conclusion
मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए जहां पर सबको समान अधिकार मिले जहां लोग खुशी और सुरक्षित महसूस करें और अच्छा जीवन जी सकें। आशा करते हैं आपको यह निबंध – मेरे सपनों का भारत अच्छा लगा होगा ।
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Essay on India Of My Dreams : मेरे सपनों का भारत निबंध
- May 3, 2020
- Hindi Essay
Essay on India Of My Dreams : मेरे सपनों का भारत पर हिन्दी निबंध
Essay on India Of My Dreams
मेरे सपनों का भारत पर हिन्दी निबंध.
सुराज्य व सुशासन की स्थापना हो
देशवासी एकता के एक सूत्र में बंधे हो
किसान अपनी भूमि का मालिक हो
बेरोजगारी की समस्या न हो
मजदूर वर्ग प्रसन्न रहे
महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान
हर बच्चे को शिक्षा व सही पोषण मिले
पूर्ण सुविधा युक्त अस्पताल
देश की सुरक्षा व्यवस्था लाजवाब हो
प्रस्तावना
मेरे सपनों के भारत में एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना है जो अपने गौरवमयी ऐतिहासिक गाथाओं , पूर्वजों की धरोहरों , बेमिसाल सांस्कृतिक विरासतों और अपने आध्यात्मिक व धार्मिक मान्यताओं को अपने आप में समेटकर आगे बढ़े।और इसके साथ ही साथ आधुनिक टेक्नोलॉजी , विज्ञान और प्रौद्योगिकी , चिकित्सा क्षेत्र , शिक्षा जगत में भी उच्चता हासिल कर विश्व में अपना एक विशिष्ट स्थान बनाए।
यानी मेरे सपनों के भारत में पूर्वजों की बेमिसाल विरासतों के साथ-साथ आधुनिकता का एक संतुलित समन्वय हो। आज विश्व के सभी देश भारत का सम्मान करते हैं। “वसुधैव कुटुंबकम” और सम्पूर्ण विश्व में शांति बनी रहे , यही भारत की आदर्श भावना है। इसीलिए विकट से विकट परिस्थितियों में भी पूरा विश्व भारत की तरफ बड़ी उम्मीद भरी नजरों से देखता हैं।
कैसा हैं मेरे सपनों का भारत
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद कृषि , उद्योग , व्यापार , विज्ञान , शिक्षा , सूचना और प्रौद्योगिकी , तकनीकि आदि क्षेत्रों में भारत ने खूब प्रगति की। विश्व के सभी विकासशील देशों में भारत ने अपना एक महत्वपूर्ण व अग्रणी स्थान बनाया है।
बावजूद इसके मेरे सपनों के भारत में कुछ कमी रह गयी हैं जिस वजह से हमारा देश अभी भी अपनी मूलभूत समस्याओं से मुक्त हो नहीं हो सका है।आज जब मैं अपने देश की वर्तमान तस्वीर देखती हूं तो लगता है कि यह तो मेरे सपनों का भारत नहीं हैं। मैं अपने सपनों के भारत में निम्न चीजें देखना चाहती हूं।
मेरे सपनों का भारत तो वह भारत है जिसमें गांधी जी के रामराज्य की स्थापना हो।क्योंकि इसके लिए ही हमारे देश के अनगिनत वीर शहीदों ने अपने अनमोल प्राणों की आहूति हँसते हँसते चढ़ा दी थी।
मेरे सपनों के भारत में सिर्फ स्वराज्य ही नहीं बल्कि सुराज्य व सुशासन भी स्थापित हो।मेरी कल्पना का भारत एक फलता फूलता व हंसता खेलता स्वस्थ व स्वच्छ सुंदर राष्ट्र है जो लगातार विकास के पथ पर अग्रसर हो।
मेरे सपनों के भारत में सभी देशवासी एकता के एक सूत्र में बंधे हों।जिनमें प्रांतबाद , भाषावाद और धार्मिक संकीर्णता का छाया न हो।सब खुले दिल से राष्ट्र को सुखी , समृद्ध और शक्तिशाली बनाने में अपना पूरा योगदान दें। समाज में ऊंच-नीच , जाँती पाँती ,लिंग भेद आदि की दीवारों ना हों।
गांव में हर किसान अपनी भूमि का मालिक स्वयं हो। उनके खेतों में हरियाली व घर अनाज के भंडारों से भरे हो और उनके जीवन में खुशहाली हो। कोई भी किसान किसी तरह के कर्ज में डूब कर खुदकुशी ना करें। अन्नदाता का सर्वथा व सब जगह सम्मान हो।
देश में किसी भी पढ़े लिखे , प्रशिक्षित व्यक्ति के सामने बेरोजगारी का प्रश्न न खड़ा रहे। देश के हर युवा को उसकी योग्यता के अनुसार रोजगार के समान अवसर मिलें।ताकि कोई भी व्यक्ति रोजगार व भुखमरी के कारण अपने प्राण न गवांये। मेरे सपनों के भारत में लोगों के जीवन में भ्रष्टाचार हावी न हो। सब मेहनत लगन व ईमानदारी से काम करें।
नये व पुराने सभी तरह के उद्योग धंधे खूब फलते फूलते रहें। मिलो , कारखानों में प्रसन्नता से काम करते हुए मजदूर देश को और भी समृद्ध और शक्तिशाली बनाने में जुटे हों। सबके तन पर कपड़ा हो ,पेट भरे हो और सबके मन में सुख , संतोष व खुशी की भावना हो।
मेरे सपनों के भारत में हरे छोटे बच्चे को पूर्ण पोषण युक्त आहार मिले और शिक्षा का पूर्ण अधिकार मिले। किसी भी छोटे बच्चे को किसी भी कारण बस , कभी भी स्कूल ना छोड़ना पड़े। उन्हें किसी भी तरह के शोषण का शिकार ना होना पड़े और जीवन यापन के लिए मजदूरी ना करने पड़े।
हर छोटे से छोटे गांव में भी सभी मूलभूत सुविधाओं से युक्त प्राथमिक पाठशाला हो और उसमें हँसते मुस्कुराते स्वस्थ बच्चे खुशी खुशी अपनी पढ़ाई करें। हमारे स्कूल व विद्यालय सरस्वती के सच्चे मंदिर हों।
बड़े बड़े गांवों में शहरों की तरह ही विद्यालय व कस्बों में महाविद्यालय ज्ञान विज्ञान का प्रकाश फैलाते हों।जगह-जगह पुस्तकालयों और शौचालय की स्थापना होगी। उच्च शिक्षा के द्वार सभी के लिए खुले हों। शिक्षा में रोजगार पूरक विषयों को प्राथमिकता के साथ-साथ औद्योगिक और आर्थिक विषयों को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाय।
दुनिया की आधी आबादी कहे जाने वाली महिलाओं का सशक्तिकरण अत्यंत आवश्यक है। इसीलिए महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर हो। हर महिला अपने देश के किसी भी भाग में आने जाने वक्त या घर से बाहर निकलते वक्त असुरक्षित महसूस ना करें। मेरे सपनों के भारत में महिलाओं की शिक्षा और उनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता हो।यह जरूरी हैं।
महिलाओं से किसी भी तरह का भेदभाव किसी भी क्षेत्र में न किया जाता हो। पढ़ाई लिखाई , खान पान , रहन सहन , पहनावे और रोजगार संबंधी चीजों में लिंग भेदभाव बिल्कुल खत्म हो जाय ताकि सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए महिलाओं को भी समान अवसर मिले।
समाज से बाल , विवाह दहेज हत्या , कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा खत्म हो। महिलाओं का शारीरिक , मानसिक और यौन शोषण ना हो। महिलाओं तन मन से स्वस्थ व सुरक्षित महसूस करें।
हर गांव , हर कस्बे , हर शहर में पूर्ण सुविधा युक्त अस्पताल हो ताकि बिना इलाज के कोई भी व्यक्ति अस्पताल में दम न तोड़े। बीमार व बुजुर्गों के लिए पूरी सुविधाओं से लैस अस्पताल हों। शहरी और देहाती इलाकों में चिकित्सा की उत्तम सुविधाएं हों।गांव गांव में दवाखाने हों।गांव का डॉक्टर किसी भी ग्रामीण को बेमौत मरने न दे।
हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था लाजवाब हो। हमारी सेनाएं शत्रु को हमारे देश व हमारी सीमाओं पर बुरी नजर डालने ही न दें। देश में कानून का सख्ती से पालन होगा। चोर , डाकू , तस्करों और काला बाजारी करने वालों की काली कमाई के सारे दरवाजे बंद हों।भ्रष्टाचारियों और देशद्रोहियों को कड़ी सजा देकर उन्हें सबक सिखाया जाय।
उपसंहार (Essay on India Of My Dreams)
मेरे सपनों का भारत एक महान और आदर्श भारत हैं।जिससे पूरा विश्व से प्रेरणा लेगा । शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था तक , नए नए आविष्कारों से लेकर अंतरिक्ष में लंबी छलांग लगाने तक , हर क्षेत्र में भारत विकास के मार्ग पर अग्रसर हो। और पूर्ण विकसित राष्ट्र के नाम से दुनिया में जाना जाये। ताकि दुनिया उम्मीद भरी नजरों से मेरे देश की तरफ देखें।
लेकिन साथ ही साथ हमारे पूर्वजों के बताए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर पूरी दुनिया को शांति का मार्ग बताकर विश्व गुरु की पदवी धारण करें। ताकि पूरी दुनिया में शांति के दूत के रूप में भारत का नाम स्वर्णिम अक्षरों पर लिखा हो।
काश मैं अपने सपनों के भारत का सपना अपनी आंखों से पूरा होते हुए देख सकूं।
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मेरे सपनों का भारत पर निबंध
By विकास सिंह
भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सौहार्द से रहते हैं। हालांकि, भेदभाव व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और देश के कई हिस्सों में आर्थिक स्थिति के आधार पर किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां किसी तरह का भेदभाव नहीं है।
विषय-सूचि
मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (200 शब्द)
भारत एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेता है। इस देश में विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों से संबंधित लोग शांति से रहते हैं। हालांकि, लोगों के कुछ समूह हैं जो लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं जिससे देश में शांति में बाधा उत्पन्न होती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो इस तरह की विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित है। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं।
मैं एक ऐसे राष्ट्र के रूप में भी भारत का सपना देखता हूँ जहाँ हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे एक निविदा उम्र में मासिक नौकरियों में शामिल होने के बजाय शिक्षा की तलाश करें। जिन वयस्कों ने अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का मौका गंवा दिया है, उन्हें अपने लिए बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।
मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करे, ताकि युवाओं को रोजगार मिले और राष्ट्र के विकास में योगदान मिले। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत हो और सभी क्षेत्रों में विकास देखें। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश हो जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (300 शब्द)
भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहु-भाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी अधिक गति से आगे बढ़े और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाए। यहां ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिन्हें बेहतर जगह बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:
शिक्षा और रोजगार : मैं भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पा सके। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास और विकास को कोई नहीं रोक सकता।
जाति और धार्मिक मुद्दे: मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। इससे राष्ट्र को मजबूत बनाने में काफी मदद मिलेगी।
औद्योगिक और तकनीकी विकास: जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़े और हर क्षेत्र में तेजी देखे।
भ्रष्टाचार: देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार मुक्त भारत हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।
लिंग भेदभाव: यह देखना दुखद है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को अब भी पुरुषों से नीचा माना जाता है। मैं भारत का सपना देखती हूं जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।
संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।
मेरे सपनों का भारत पर अनुच्छेद, paragraph on india of my dreams in hindi (400 शब्द)
भारत विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों के घर होने पर गर्व करता है। देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में इसने विभिन्न उद्योगों में तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:
दरिद्रता: देश में बहुत आर्थिक असमानता है। यहां अमीर अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां नागरिकों के बीच धन समान रूप से वितरित किया जाता है।
शिक्षा: शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास कर रही है। हालांकि, यह भी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा चाहता है।
रोज़गार: देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं वे योग्य नौकरी पाने में विफल हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर अधिक है और वे अक्सर अपराध का रास्ता अपनाते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश की वृद्धि और बेहतरी के लिए काम करे।
जातिवाद: जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ लोगों को उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।
लिंग भेदभाव: मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह एक ऐसा स्थान होगा जहाँ महिला सुरक्षा का अत्यधिक महत्व होगा।
भ्रष्टाचार: मैं भ्रष्टाचार से मुक्त भारत का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।
तकनीकी विकास: भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि यह और भी अधिक गति से बढ़े और पहली दर वाले देशों के बीच अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को प्राप्त करे।
निष्कर्ष:
मैं भारत का सपना देखता हूं जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक / सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष होना चाहिए और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।
मेरे सपनों का भारत पर लेख, article on india of my dreams in hindi (500 शब्द)
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहाँ समानता की स्वतंत्रता का सही मायने में आनंद लिया जाता है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक / आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जहां औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:
महिला सशक्तिकरण: हालांकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं लेकिन हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ अभी भी बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित रखने के लिए बहुत से ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है और एक दायित्व नहीं है। मैं चाहता हूं कि यह एक ऐसी जगह हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।
शिक्षा: यद्यपि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, फिर भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य है। सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए एक कदम आगे बढ़ना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं है।
रोजगार के अवसर: देश में कई योग्य युवा अच्छे रोजगार के अवसर प्राप्त करने में विफल हैं। अवसर या तो सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। इसका मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक विकास है। आरक्षण जैसे कुछ अन्य कारक हैं जो योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं।
भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में उड़ान भरते हैं और दूसरे देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करने का मन बनाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।
जाति भेद: देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं है। यह देखना दुखद है कि निचले और कमजोर तबके के लोग देश के कुछ हिस्सों में अपने बुनियादी अधिकारों से कैसे वंचित हैं।
इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह हैं जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में बीमार होने के लिए उकसाते हैं। इससे अक्सर देश में अशांति फैलती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां लोगों को उनकी जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।
भ्रष्टाचार: भ्रष्टाचार एक मुख्य कारण है कि भारत उस गति से नहीं बढ़ पा रहा है जिस गति से उसे होना चाहिए। देश की सेवा करने का प्रयास करने के बजाय, यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां मंत्री पूरी तरह से समर्पित हैं और पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता है और उन्हें किसी भी मापदंड के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखती हूं जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर देखा जाता है। मैं यह भी चाहता हूं कि भारत आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति देखे।
मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (600 शब्द)
भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्वक रहते हैं। यह एक समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत का दावा करता है। हालांकि लंबे समय तक उपनिवेश रहा, लेकिन भारत ने अपनी आजादी के बाद से एक लंबा सफर तय किया है।
पिछले कुछ दशकों में इसने बहुत बड़ी सामाजिक और आर्थिक वृद्धि देखी है। हालाँकि, काउंटी में बहुत अधिक आर्थिक और सामाजिक असमानता है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के कारण नीचे देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ हर नागरिक को समानता की सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त होगी।
सुधार के क्षेत्र:
ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन्हें आगे बढ़ने और विकसित करने के लिए हमारे देश को अभी भी काम करने की आवश्यकता है। यहां उन चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है:
शिक्षा: शिक्षा किसी भी राष्ट्र के लिए बिल्डिंग ब्लॉक है। हमारे देश में एक बड़ी कमी यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को नजरअंदाज करते हैं।
उन्हें एहसास नहीं है कि शिक्षा की कमी उनकी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वयस्क शिक्षा स्कूल खोलने के माध्यम से शिक्षा तक पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहाँ हर नागरिक शिक्षित और कुशल होगा।
लिंग भेदभाव: लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरूरत है। जबकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कर रही हैं, फिर भी उन्हें समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।
देश के कई हिस्सों में अभी भी बालिकाओं के जन्म को अभिशाप माना जाता है। लड़कियों को उच्च अध्ययन के लिए जाने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक कि जो लोग अच्छी तरह से योग्य हैं, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे बाहर काम करने के बजाय अपने परिवार के विवाह के बाद विवाह करें।
काम के समय महिलाओं को मिलने वाला वेतन पुरुषों के वेतन से कम होता है और भेदभाव की सूची बनती है। मैं भारत का सपना देखती हूं जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित है।
तकनीकी उन्नति: जबकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत अधिक वृद्धि और उन्नति देखी है, फिर भी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है।
यह देखना दुखद है कि देश से प्रतिभाशाली दिमाग रोजगार के अवसरों की तलाश में विदेश जाते हैं और अपने देश के विकास में योगदान देने के बजाय उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक प्रगति में योगदान करते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो योग्य लोगों को रोजगार के अच्छे अवसर प्रदान करता है और सभी मिलकर देश की आगे की तकनीकी प्रगति की दिशा में काम करते हैं।
अपराध दर: भारत में अपराध की दर दिन ब दिन बढ़ रही है। प्रत्येक दिन बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले सामने आते हैं और कई अन्य लोगों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी प्रमुख रूप से इसके प्रति विशेषता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील है। यह सभी प्रकार के अपराध और शोषण से मुक्त जगह होगी।
भारत ने पिछले कुछ दशकों में कई अन्य क्षेत्रों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी प्रगति और प्रगति देखी है। हालांकि, अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। कभी समृद्धि का आनंद लेने के कारण भारत को स्वर्णिम गौरैया कहा जाता था।
मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं यह नहीं चाहता कि यह सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी समृद्ध हो। देश के सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और कोई भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।
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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.
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Thanks A lot for this essay it helped me a lot
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Essay on India of My Dreams – मेरे सपनों का भारत पर निबंध (100 Words)
मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश है जहां हर कोई प्यार, शांति और खुशी के साथ रहता है। यह एक ऐसी जगह है जहां सभी लोग एक बड़े परिवार की तरह एक साथ रहते हैं। इस देश में कोई अमीर या गरीब, शिक्षित या अशिक्षित नहीं है। सभी को आगे बढ़ने और सीखने के समान अधिकार और अवसर मिलते हैं। हवा स्वच्छ है और हरे-भरे पेड़ पूरे देश को कवर करते हैं। हमारे पास उन्नत तकनीक और आधुनिक बुनियादी ढांचा है लेकिन फिर भी हम अपनी प्राचीन संस्कृति का सम्मान करते हैं। विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। यह एक ऐसी जगह है जहां हर कोई बिना किसी चिंता या डर के मुस्कुरा और हंस सकता है।
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मेरे सपनों का भारत.
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